Shardiya Navratri 2023 : आखिर क्यों खेला जाता है नवरात्रि में गरबा, जानिए इसके पीछे का धार्मिक महत्व

Shardiya Navratri 2023 : साल में 2 बार नवरात्रि मनाया जाता हैं। अप्रैल महीने में मानाने वाले नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि कहते है। और दूसरे नवरात्रि जो कि अक्टूबर -नवम्बर में मनाया जाता है उसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आश्विन मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि से होती है। इस साल नवरात्रि का शुभारंभ 15 अक्टूबर, 2023 रविवार के दिन से हो रहा है।इस नवरात्रि को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। माँ दुर्गा के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। जगह- जगह पंडाल बनाए जाते है, साथ ही इस दौरान गरबा खेलने का भी चलन है। जितना रोचक ये खेल लगता है उतना ही रोचक इसके पीछे का इतिहास भी है। ऐसे में आइए जानते हैं गरबे का धार्मिक महत्व।
कहा और कैसे आया गरबा शब्द
Shardiya Navratri 2023 : भारत में नवरात्रि के दौरान गरबा और डांडिया खेलने की परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है। पहले ये खेल केवल गुजरात और राजस्थान तक ही सीमित था, लेकिन धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई और अब इस बड़े ही धूमधाम से पूरे भारत में खेला जाता है। गरबा शब्द असल में संस्कृत शब्द गर्भ-दीप से बना है। यहां गर्भ नारी की सृजन शक्ति का प्रतीक है। गरबा इसी दीप गर्भ का अपभ्रंश रूप है, जो आज चलन में है।
ऐसे खेला जाता है गरबा और इसके पीछे का धार्मिक महत्त्व
Shardiya Navratri 2023 : सदियों से चली आ रही परम्परा के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन मिट्टी के घड़े में कई छेद किए जाते हैं। इसके बाद एक दीप प्रज्वलित करके इसके अंदर रखा जाता है। साथ ही एक चांदी का सिक्का भी रखा जाता है। इस दीपक को ही दीप गर्भ कहा जाता है, जिसके आस-पास लोग गरबा खेलते हैं। माना जाता है कि गरबा करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं।
Shardiya Navratri 2023 : इसलिए दीप गर्भ की स्थापना के पास महिलाएं और पुरुष रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर माता शक्ति के समक्ष नृत्य करती हैं। गरबा के दौरान महिलाओं द्वारा 3 तालियां भी बजाई जाती हैं जो त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश को समर्पित मानी जाती है। 3 तालियां बजाकर तीनों देवताओं का आह्वान किया जाता है। साथ ही गरबा के दौरान चुटकी, डांडिया और मंजीरों का उपयोग किया जाता है। ताल से ताल मिलाने के लिए स्त्री और पुरुष समूह बनाकर नृत्य करते हैं।
Shardiya Navratri 2023 : डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।