Ranchi : मुख्यमंत्री पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, ईडी के समन को दी चुनौती..

Ranchi : गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के समझ पेश होना था पर हुए नहीं उपस्थित । ईडी ने पूछताछ के लिए सीएम को भेजा था समन। दिन के सवा एक बजे उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के एक कर्मचारी सूरज के जरिए एक पत्र ईडी के सहायक निदेशक को भेजा। इस पत्र के साथ उन्होंने ईडी को जानकारी दी कि उन्होंने समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट पिटीशन दायर किया है। सुप्रीम कोर्ट में फैसला आने तक मुख्यमंत्री ने ईडी से पूछताछ नहीं करने की बात कही है।

किस मामले में भेजा गया था समन?

CM Hemant Soren
CM Hemant Soren
  • ED ने जमीन घोटाला मामले में 13 और 26 अप्रैल को छापेमारी की थी
  • छापेमारी के दौरान 13 अप्रैल को राजस्व कर्मचारी भानुप्रताप के घर से बक्सा मिला
  • बक्से के अंदर से जमीन से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए थे
  • इसके अलावा रांची और जमशेदपुर में 5 ठिकानों पर ED ने मारा था छापा
  • बड़ी संख्या में जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए थे
  • मामले में अब तक कई आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है
  • जमीन घोटाला मामले में प्रेम प्रकाश और छवि रंजन से पूछताछ की जा चुकी है
  • प्रेम प्रकाश से पूछताछ के बाद सीएम सोरेन को समन भेजा गया

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Enforcement Directorate (ED): Objectives, Powers & Functions

Ranchi : गौरतलब है कि रांची जमीन घोटाले में ईडी ने पहली बार समन जारी कर हेमंत सोरेन को 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था। उस दिन भी वह ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे थे और एक कर्मचारी के जरिए एक पत्र भेजा था। इस पत्र में उन्होंने समन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए जांच एजेंसी पर कई आरोप लगाए थे। पहले समन पर मुख्यमंत्री की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया था कि लोकपाल, सीबीआई और ईडी को अपनी और अपने परिवार की संपत्ति से जुड़ी सभी जानकारी दे दी है। ईडी चाहे तो वह इन एजेंसियों से दस्तावेज ले सकती है। दोबारा या अन्य जानकारी मांगने पर वह उपलब्ध करा सकते हैं।

Ranchi : सीएम ने पत्र में यह भी कहा था कि केंद्रीय एजेंसियां पिछले एक साल से अधिक समय से मुख्यमंत्री को केवल इसलिए निशाना बना रही हैं क्योंकि वह उस दल के साथ नहीं हैं जो केंद्र की सत्ता में है। ईडी ने उन्हें कथित अवैध खनन से जोड़ने के लिए 17 नवंबर 2022 को तलब किया था। सीएम ने ईडी की मांग पर उनके और उनके परिवार के स्वामित्व वाली सभी संपत्तियों का विवरण 30 नवंबर 2022 को ही दे दिया है। अगर यह खो गया है तो दोबारा मांगे जाने पर दे देंगे।

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